भारतीय सेना की तरफ से जैसलमेर में अपने वेलनेस सेंटर में जुटाई गई शानदार सुविधाएं के कारण अब दुविधापूर्ण हालात खड़े हो गए। जोधपुर व जैसलमेर में ईरान से एयर लिफ्ट कर लाए गए 1036 भारतीय नागरिकों को रखा जा रहा है। इनमें से जैसलमेर में 9 व जोधपुर में 8 जने मिलाकर दो दिन में कुल 17 कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इसके बाद वेलनेस सेंटर में इन लोगों को क्वारेंटाइन रखने के दौरान दी गई बेहतरीन सुविधाओं पर सवाल खड़ा हो गया है।
करोना से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक ईरान में करीब 6 हजार भारतीय नागरिक फंसे हुए थे। इनमें से तीन अलग-अलग विमान में पहले जैसलमेर में 16 मार्च से 484 लोगों को लाया गया। इसी तरह गत माह के अंतिम सप्ताह में 552 जनों को ईरान से जोधपुर लाया गया।
दिन भर रहते थे साथ में
जैसलमेर के वेलनेस सेंटर में भारतीय सेना ने इन भारतीय नागरिकों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देने के साथ ही अन्य सभी तरह की सुविधाएं प्रदान की। क्वारेंटाइन में अलग-अलग रखने के बजाय ये सभी लोग एक साथ ही भोजन करते। साथ ही दिन भर एक साथ ही बैठे रहते। कई लोग विभिन्न खेल गतिविधियों में भी हिस्सा लेते रहे। इसके अलावा सभी सामूहिक रूप से नमाज पढ़ते। ताश, कैरम, क्रिकेट व वालीबाल खेलने के दौरान इनके हाथ गेंद, कैरम के स्ट्राइकर व ताश पर लगते रहे। सभी के एक साथ खाने, नमाज पढ़ने पर खेल गतिविधियों में हिस्सा लेने के फोटो भी जारी किए गए थे।
शुरुआत में नहीं था कोई भी करोना संदिग्ध
शुरुआत में जैसलमेर लाए जाने पर कोई भी व्यक्ति कोरोना संदिग्ध नहीं पाया गया था। ऐसे में इन्हें अलग-अलग रखने पर ध्यान नहीं दिया गया। जैसलमेर में लाए गए पहले दल का क्वारेंटाइन टाइम पूर्ण होने पर सेना ने एहतियात के तौर पर कुछ लोगों की जांच कराई। इस जांच में एक साथ 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद जांच का दायरा बढ़ा तो मंगलवार को 3 और करोना पॉजिटिव मिल गए। अभी तक करीब 200 लोगों की जांच की गई है।
सेना ने जोधपुर में बरती एहतियात
इसी तरह ईरान से जोधपुर लाए गए व्यक्तियों में से कुछ लोगों की तबीयत खराब देख सेना ने शुरू से ही एहतियात बरती और सभी को अलग-अलग रखना शुरू कर दिया। साथ ही इनका जांच अभियान शुरू कर दिया। जोधपुर में रखे जा रहे 552 लोगों में से फिलहाल 8 जने कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। कुछ लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। अन्य की जांच प्रक्रिया चल रही है।
धीरे-धीरे पनपा कोरोना
जोधपुर में रखे गए लोगों में शुरुआती चरण में ही कोरोना के लक्षण नजर आ गए, लेकिन जैसलमेर में रहने वाले लोगों में करोना के लक्षण बहुत धीरे-धीरे सामने आए। ऐसा माना जा रहा है कि ईरान से कुछ लोग संक्रमित होकर आए, लेकिन उनके शरीर में इसके लक्षण बहुत देरी से प्रकट हुए। अमूमन 5 से 7 दिन में कोरोना के लक्षण नजर आ जाते है, लेकिन जैसलमेर वेलनेस सेंटर में ये लक्षण नजर आने में काफी समय लग गया। तब तक आपस में संपर्क में रहने कारण संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ गई।